मैं सुरक्षित नहीं कहीं भी। न बाहर के जग में न मां के गर्भ में। मैं सुरक्षित नहीं कहीं भी। न बाहर के जग में न मां के गर्भ में।
बस उसी क्षण से किया मैंने तुम्हारी रक्षा का ह्र्दयावेश। बस उसी क्षण से किया मैंने तुम्हारी रक्षा का ह्र्दयावेश।
उन घटनाओं से ऊर्जा ले उठ खड़ा हो। दिन में तारों का कोई महत्त्व नहीं अंधेरा है जीवन में तो, तारों ज... उन घटनाओं से ऊर्जा ले उठ खड़ा हो। दिन में तारों का कोई महत्त्व नहीं अंधेरा है ज...
बंद दरवाज़ा देखकर लौटी है दुआ। बंद दरवाज़ा देखकर लौटी है दुआ।
इन नवपीढ़ी ने इसे हमारा अपमान बना दिया। इन नवपीढ़ी ने इसे हमारा अपमान बना दिया।
ख्वाहिशों कि अरमानों कि हत्या तो हत्या ही है न। ख्वाहिशों कि अरमानों कि हत्या तो हत्या ही है न।